सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी का पॉडकास्ट एक ऑडियो मैसेज के तौर पर प्रसारित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से राहुल देश की जनता के समक्ष ज़मीनी हकीकत रखेंगे।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था और गरीब मजदूरों की स्थति को लेकर कई विशेषज्ञों के साथ चर्चा की थी। इनमे रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी भी शामिल हैं।
अभी हाल ही में राहुल गांधी ने प्रवासी मजदूरों के साथ भी बातचीत की थी। उनकी बातचीत का वीडियो करीब 7,52,000 लोगों ने देखा। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों प्रोफेसर आशीष झा और कोरोनो वायरस पर प्रोफेसर जोहान गिसेके के साथ उनकी वीडियो बातचीत में 90,000 से अधिक लोगों ने देखा और इसे सराहा भी।
ऐसे में यदि राहुल मन की बात के जबाव में सच की बात करते हैं तो न सिर्फ कांग्रेस जनता तक सीधा संवाद कर पाएगी बल्कि बहुत से ऐसे मुद्दे जनता के समक्ष रखे सकेगी जो आमतौर पर रैलियों में उठाने का समय नहीं मिलता।
अंग्रेजी अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के एक नेता ने दावा किया कि कोरोनो वायरस-प्रेरित लॉकडाउन के दौरान पार्टी के सोशल मीडिया अभियानों ने जनता से बड़ी प्रतिक्रिया’ मिली हैं।
28 मई को कांग्रेस द्वारा चलाये गए ‘Speak Up India’ ऑनलाइन अभियान से पार्टी को बहुत बड़ी सफलता मिली है। इसमें 5.7 मिलियन से अधिक पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर अपने संदेश अपलोड किए।
वहीँ पार्टी सूत्रों का कहना है कि देश की जनता चाहती है कि उसे सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष को भी सुनने का मौका मिले। जिससे सरकार के दावों की हकीकत को परखा जा सके।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी अब इस नतीजे पर पहुंची है कि मोदी सरकार की कागजी घोषणाओं को जनता के समक्ष प्रमुखता से रखा जाए और देश की आम जनता से जुड़े मुद्दों को जोर शोर से उठाया जाए। पार्टी सूत्रों ने कहा कि देश के हर नागरिक को पता हो कि मोदी सरकार ने पिछले 6 वर्षो में सिर्फ कुछ चुनिंदा उधोगपतियों को आगे बढ़ाने का काम किया है।